शुक्रवार, 7 जुलाई 2017

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ व भाजपा की शिकायत भाग- 8


अभी तक इस्लामिक बैंक की स्वीकृति आदि मुस्लिम हित में साम्प्रदायिक कार्य करके मोदी जी मुस्लिम तुस्टीकरण में डूबे थे अब इसाई तुस्टीकरण में भी चल दिए है।
बौध तुस्टीकरण तो उसी दिन कर दिया जिस दिन उन्होंने बौध सर्किट की स्थापना की।
मोदी जी ये भूल चुके है की हिन्दू भी भारत में रहते है और बहुसंख्यक है उन्होंने ही उन्हें प्रधानमन्त्री बनाया है।
संघ की शाखाओ मे " प्रभो शक्तिमन हिन्दू राष्ट्रांग भूता की वंदना गाकर भारत को हिन्दू राष्ट्र बनाने का संकल्प लेने वाला संघी प्रचारक नरेन्द्र मोदी "मुस्लिम तुष्टिकरण में वकील मोहनदास कर्मचन्द गांधी व वकील जवाहरलाल नेहरू से भी आगे निकलने की तैयारी में हैं और उन्होंने अपने एक बयान मे " भारत को इस्लाम के सिद्धान्तो से बंधा तक बता दिया "। उसके इस बयान पर प्रभो शक्तिमन हिन्दू राष्ट्रांग भूता की वंदना करने वाले संघ संचालक मोहन भागवत पता नहीं कहा मुँह छिपा कर बैठ गये... देश की पहचान राम से बताने बताने वाले संघ में किसी पदाधिकारी ने भी यह नहीं कहा कि मोदी जी ये देश ना इस्लाम से बंधा है और ना इस्लाम इसकी पहचान है।
हिन्दू राष्ट्र की बात करने वाले मोदी जी प्रधानमन्त्री बनने के बाद कह रहे है कि मैं मुसलमानों के एक हाथ में लैपटोप और एक हाथ में कुरान देखना चाहता हूँ, कुरान में शांति का संदेश है, मेरे देश की सबसे बडी ताकत सेकुलरिज्म है।
चूँकि मोदी को मुस्लिम वोटो के लिए "आर्यावर्त...भारत...हिन्दूस्थान उस इस्लाम के सिद्धान्तो के सिद्धान्तो से बंधा नजर आ रहा है जिस इस्लाम के नाम पर विश्व भर मे आतंक का प्रसाद बाँटा जा रहा है तो इस्लाम को बढ़ावा देना और दारूल हरब को दारूल हरम बनाना भी इस्लाम का सिद्धान्त..सो मोदी चल पड़े भारत को इस्लामो के सिद्धान्तो पर चलाने के लिए । इसी क्रम मे देश मे पहला इस्लामिक बैंक खोलने की स्वीकृति देकर मोदी ने अपना नाम स्वर्ण अक्षरो मे लिखा लिया है ।
जेद्दाह की इस्लामिक ड़ेवलपमेन्ट बैंक वर्षो से भारत मे इस बैंक को खोलना चाह रही थी...कांग्रेस के शासन काल मे भी सुगबुगाहट हुई थी उस समय संघ विहिप और उससे जुड़े लोग इस कदर व्यवहार करने लगे कि बस अगर ये बैंक खुला तो ये लोग पता नही क्या कर लेंगे । अब तो केंद्रीय स्तर पर हिन्दू राष्ट्रवादी व हिन्दू हृदय सम्राट मोदी व भागवत ने इस्लामिक बैंक खोलने की अनुमति दे दी।
जैसा कि नाम से ही स्पष्ट है कि इस्लाम के ड़ेवलपमेन्ट के लिए स्थापित "इस्लाभिक ड़ेवलपमेन्ट बैंक की पहली शाखा मोदी के गृह राज्य गुजरात मे खुल रही है और नरेन्द्र मोदी के खासमखास मुसलमान जाफर सरेशवाला के नेतृत्व मे खुल रही है ।
यह जाफर वो ही जाफर है जिसे मोदी ने प्रधानमंत्री बनने के तुरन्त बाद "मौलाना आजाद नेशनल यूनिवर्सिटी का चान्सलर नियुक्त किया था और ये जाफर कोई शिक्षा विद नही अपितु गुजरात का एक नामी बिजनेस मैन है ।
बैक की कार्य प्रणाली क्या होगी..ये ना अभी तक सरकार ने स्पष्ट की है ना जाफर ने लेकिन हम हिन्दुओं को आने वाले संकट से सावधान करते हुए निवेदन करते है कि इस बैंक से कभी पैसो का व्यवहार मत करना...ये बैंक के नाम पर अरब के उन्ही लुटेरो के वंशज है जो सोमनाथ को लूट चुके है क्योंकि 24% की सझीदारी इस बैंक मे अकेले अरब की है।
क्रमश: जारी.......

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