सोमवार, 22 मई 2017

क्या हिन्दू सनातन धर्म में 33 करोड़ देवी- देवता है?



प्रश्न - क्या हिन्दू सनातन धर्म में 33 करोड़ देवी- देवता है?
उत्तर - हमारे पवित्र सनातन घर्म में 33 कोटि देवी- देवताओं का वर्णन है, संस्कृत भाषा में कोटि का अर्थ "प्रकार" भी होता है और "करोड़" भी | तो वेद ज्ञान से रहित मूर्खों ने उसे हिंदी में करोड़ पढना शुरू कर दिया | जबकि वेदों का तात्पर्य 33 कोटि अर्थात 33 प्रकार के देवी-देवताओं से है (उच्च कोटि, निम्न कोटि इत्यादि शब्द तो आपने सुना ही होगा, जिसका अर्थ भी करोड़ ना होकर प्रकार होता है) ये एक ऐसी भूल है, जिसने वेदों में लिखे पूरे अर्थ को ही परिवर्तित कर दिया |  

कुछ ऐसी ही भूल अनुवादकों से हुई अथवा दुश्मनों द्वारा जानबूझ कर दी गई ताकि, हिन्दुओं को भ्रमित किया जा सके | सिर्फ इतना ही नहीं.... हमारे धार्मिक ग्रंथों में साफ-साफ उल्लेख है कि "निरंजनो निराकारो एको देवो महेश्वरः" अर्थात इस ब्रह्माण्ड में सिर्फ एक ही देव हैं जो निरंजन, निराकार महादेव हैं |  

साथ ही यहाँ एक बात ध्यान में रखने योग्य है कि सनातन धर्म मानव की उत्पत्ति के साथ ही बना है और प्राकृतिक है इसीलिए हमारे धर्म में प्रकृति के साथ सामंजस्य स्थापित कर जीना बताया गया है और, प्रकृति को भी भगवान की उपाधि दी गयी है ताकि लोग प्रकृति के साथ खिलवाड़ ना करें |

प्रकृति से ही मनुष्य जाति है ना कि मनुष्य जाति से प्रकृति | कालांतर में यहूदी, ईसाई और इस्लाम जैसे क्रुर पैशाचिक सम्प्रदायों के जाने के कारण और, उनके द्वारा प्रकृति का सम्मान नहीं करने के कारण ही आज हम ग्लोबल वार्मिंग और ओजोन परत जैसी समस्याओं से जूझ रहे हैं | अतः प्रकृति को धर्म से जोड़ा जाना और उनकी पूजा करना सर्वथा उपर्युक्त है | यही कारण है कि हमारे धर्म ग्रंथों में सूर्य, चन्द्र, वरुण, वायु,अग्नि को भी देवता माना गया है और इसी प्रकार कुल 33 प्रकार के देवी देवता हैं | इसीलिए, आपलोग बिलकुल भी भ्रम में ना रहें, क्योंकि ब्रह्माण्ड में सिर्फ एक ही देव हैं जो निरंजन निराकार महादेव हैं, शिव है |



- विश्वजीत सिंह "अभिनव अनंत"
सनातन संस्कृति संघ/भारत स्वाभिमान दल                                                                                                 

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