सोमवार, 22 मई 2017

क्या शिर्डी साई की पूजा भी नहीं करनी चाहिए?



प्रश्न - क्या शिर्डी साई की पूजा भी नहीं करनी चाहिए?
उत्तर - भगवद् गीता में भगवान श्रीकृष्ण कहते हैं कि भूत प्रेत, मूर्दा (खुला या दफ़नाया हुआ अर्थात् कब्र अथवा समाधि) को सकामभाव से पूजने वाले स्वयं मरने के बाद भूत-प्रेत ही बनते हैं | 

यान्ति देवव्रता देवान् पितृन्यान्ति पितृव्रताः भूतानि यान्ति भूतेज्या यान्ति मद्याजिनोऽपिमाम् |  

मरे हुए साई बाबा और उनके कब्र की पूजा क्यों की जाती है? मतलब भागवद्गीता में भगवान श्रीकृष्ण के कथन असत्य हैं इसीलिये उसके कथन को नकारा जाता है?  

हिन्दुओं भगवान श्रीकृष्ण के वचनों पर ध्यान दो कि भूतो को पूजने वाले भूत बनते है और मुर्दे को पूजने वाले मुर्दे बन कर इस लोक में भटकते रहते है, कही ऐसा हो की राम नाम की जगह साईं का नाम लेते लेते तुम भवसागर के कीचड़ में समा जाओ और मरने के बाद प्रेत-प्रेत बनना पड़े

और एक बात, साईं को पूजो या पूजो पर शाकाहारी परम पावन भगवान श्रीराम की भार्या सिर्फ माता सीता है, उनके साथ ऐसे मांसाहारी मुसलमान का नाम जोड़कर भगवान और माता को अलग करने का जो पाप कर रहे हो उससे तुम्हे कुछ नहीं मिलने वाला, सिवाय घोर पाप के |



- विश्वजीत सिंह "अभिनव अनंत"
सनातन संस्कृति संघ/भारत स्वाभिमान दल                                                                                                 

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