सोमवार, 22 मई 2017

सभी धर्म एक जैसे है ? हिंदुओं में यह मिथ्याचार क्यों फैलाया जाता है?


प्रश्न - सभी धर्म एक जैसे है ? हिंदुओं में यह मिथ्याचार क्यों फैलाया जाता है?
उत्तर - अज्ञानतावश सभी धर्मो को एक जैसा बताने वाले कथित संत, समाज सुधारक कथावाचक अपने को महान कहलवाने लाने की आकांक्षा में हिंदुओं के बीच इस मिथ्याचार को फैलाते रहते हे कि सभी रास्ते परमात्मा की ओर जाते है, सभी धर्म एक समान है |  

लेकिन उन्होंने कभी भी विदेशों से आए मत और उनके ग्रंथ का ध्यान नहीं किया होता, कभी भी कुरान की जिहाद से भरी विषाक्त आयते नहीं पढ़ी होती | बाइबल के ओल्ड टेस्टामेंट के ट्यूटैरोनोमी Deuteronomy अध्याय में अन्य संप्रदायें के साथ कैसे हिंसा होनी चाहिए इस पर क्रमबद्ध पाठ पढ़ा गया है |  

किसी भी मत, पंथ, सम्प्रदाय को सनातन धर्म के समान मानना सबसे बडा असत्य और अज्ञान है | कम से कम इस भ्रम को तो दूर करना ही होगा अन्यथा वही होता रहेगा, जो पिछले 2600 वर्षो से होता आया है, हम अपने भक्षकों के आगे अपना माथा झुकाते आए है और आगे भी झुकाते रहेंगें | विनाश काले विपरीत पूजा |


- विश्वजीत सिंह "अभिनव अनंत"
सनातन संस्कृति संघ/भारत स्वाभिमान दल                                                                                                 

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