प्रश्न-
ज्ञान और कर्म में से किसकी साधना करें ?
उत्तर- अन्धन्तमः प्र विशन्ति येऽविद्यामुपासते |
ततो भूयऽइव ते तमो यऽउ विद्यायाम् रताः || यजुर्वेद 40/12
जो केवल अविद्या, अर्थात केवल भौतिकवादी कर्म में लगे रहते हैं वे गहरे अन्धकार में जाते हैं और जो भौतिकवादी कर्म की अवहेलना कर केवल अध्यात्म वाद में लगे रहते हैं वे उससे भी बढ़कर गहरे अन्धकार में जाते हैं | अब जो कार्य तो करता है पर उसकी लिए ज्ञान की आवश्यकता नहीं समझता वह अँधेरे में है | जो ज्ञानार्जन में तो रत रहता है पर तदनुसार कर्म नहीं करता वह कर्मविहीन ज्ञान के कारण उससे भी गहन अन्धकार में है | ज्ञान और कर्म एक दूसरे के पूरक है, अत: मनुष्यों को इन दोनों की साधना करनी चाहिए |ततो भूयऽइव ते तमो यऽउ विद्यायाम् रताः || यजुर्वेद 40/12
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विश्वजीत सिंह
"अभिनव अनंत"
सनातन संस्कृति संघ/भारत स्वाभिमान दल
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