सोमवार, 22 मई 2017

धर्म शिक्षा



इस पृथ्वी पर
संस्कृति का प्रथम सूर्योदय कहाँ हुआ था ?
विश्व में ज्ञान विज्ञान, सभ्यता एवं संस्कार का प्रकाश सर्वप्रथम कहा से प्रसारित हुआ था ?
संस्कृति का सर्वप्रथम पवित्र नाद कहाँ गूँजा था ?
जहाँ गंगा, सरस्वती, सिन्धु, ब्रह्मपुत्र, गंडकी, कावेरी, यमुना, नर्मदा, कृष्णा, गोदावरी 
तथा महानदी का पवित्र जल बहता है,
जहाँ दक्षिण में हिन्द महासागर गर्जन करता है,
जहाँ उत्तर में देवात्मा हिमालय की पवित्र छत्रछाया है,
कैसी दिव्य, भव्य है अपनी मातृभूमि भारत, कितनी गौरवशाली है संस्कृति !
इस पवित्र भूमि पर से पुन: गूँज उठे संस्कृति का पवित्र नाद,
आइए, धर्म साधना से इस सनातन संस्कृति का भव्यनाद गूँजायमान करें |

धर्म से संस्कार मिलते है और संस्कार शक्ति प्रदान करते है, राष्ट्र निर्माण और राष्ट्र रक्षा के लिए धर्म ही मुख्य धुरी होता है | सनातन धर्म भगवत्प्रेम मोक्ष प्राप्ति का वह मार्ग है, वह साधन है, जिसको अवमर्दित करने के, नष्ट करने के, मिटा डालने के हर सम्भव प्रयास सहस्त्राधिक वर्षो से किये गये (और आज भी किये जा रहे है) किन्तु धर्म आज भी पर्वत की तरह अचल, अटल, स्थिर होकर खड़ा है | यही सनातन शाश्वत सत्य का प्रमाण है | धर्म शिक्षा सामुहिक धर्म साधना द्वारा इसकी रक्षा सम्वर्द्धन करना हम सब का सनातन धर्म है |

- विश्वजीत सिंह "अभिनव अनंत"                                                                                          सनातन संस्कृति संघ/भारत स्वाभिमान दल                 

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