सोमवार, 22 मई 2017

शिवलिंग क्या है?



प्रश्न - शिवलिंग क्या है?
उत्तर - शिवलिंग का अर्थ शिव का प्रतीक…. " शिवलिंग " शब्द में ' लिंग ' शब्द दो शब्दों से बना है,
"
लीन + गा (गति)" अर्थात, शिव में लीन होकर ही मनुष्य को गति प्राप्त होती है; यानी, शिव के निराकार स्वरूप में ध्यान- मग्न आत्मा सद्गति को प्राप्त होती है, उसे परब्रह्म की प्राप्ति होती है।
 
तात्पर्य यह है कि हमारी आत्मा का मिलन परमात्मा के साथ कराने का माध्यम-स्वरूप है, शिवलिंग | शून्य, आकाश, अनन्त, ब्रह्माण्ड और निराकार परमपुरुष का प्रतीक होने से इसे लिंग कहा गया है। वातावरण सहित घूमती पृथ्वी तथा सारे अनन्त ब्रह्माण्ड (क्योंकि, ब्रह्माण्ड गतिमान है) का अक्स/धुरी (axis) ही लिंग है। शिव लिंग का अर्थ अनन्त भी होता है अर्थात जिसका कोई अन्त नहीं है ना ही शुरुवात |



- विश्वजीत सिंह "अभिनव अनंत"
सनातन संस्कृति संघ/भारत स्वाभिमान दल                                                                                                 

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