सोमवार, 22 मई 2017

क्या सभी शिक्षक, आचार्य गुरू नहीं होते?


प्रश्न - तो क्या सभी शिक्षक, आचार्य गुरू नहीं होते?
उत्तर - सभी शिक्षक आचार्य नहीं होते, गुरू तो बिल्कुल भी नहीं | राष्ट्र के नवर्निर्माण के लिए रचनात्मक शिक्षा की आवश्यकता होती है | आज शिक्षक है, प्रोफेसर है, प्रिंसिपल हैं, कथावाचक है, कर्मकांडी है, पर विद्या देने वाले आचार्य- गुरू नहीं हैं | जो स्वयं कायर- भोगी है, वे बच्चों को वीरता- कर्मयोग कैसे सिखाएँगे ! जो स्वार्थांध है, वे दूसरों को तपस्वी कैसे बनाएँगे ! कहावत है 'अंधेनैव नीयमाना यथांधा:' - यदि अंधा किसी को मार्ग पर लेकर चले तो अपने साथ उसको भी गिराएगा |


- विश्वजीत सिंह "अभिनव अनंत"
सनातन संस्कृति संघ/भारत स्वाभिमान दल                                                                                                 

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