सोमवार, 22 मई 2017

हलाला क्या होता है ?



प्रश्न- हलाला क्या होता है ?
उत्तर- मुस्लिम समाज में मुस्लिम महिलाओं का तलाक के बाद ''हलाला'' से गुजरना कितना दर्दनाक और शर्मनांक हादसा है... पति द्वारा 'तलाक' तलाक' 'तलाक' कह देने भर से तुरंत प्रभाव से पति और पत्नी का सम्बंध विच्छेद हो जाना एक आश्चर्य है ... और शौहर को गलती का अहसास होने पर पति-पत्नी के सम्बंधों को फिर से बहाल करने के मतलब को हलाला ' कहते हैं, जहाँ तलाकशुदा पत्नी एक गेर मर्द के साथ निकाह कर उसके साथ हमबिस्तर हो शारीरिक सम्बन्ध बनाने को मज़बूर होती है. ...
 
उसके बाद नये पति से उसको फिर तलाक मिलता है और तब वह पुराने पति से फिर निकाह कर अपनी पुरानी जिंदगी में वापस आती है.....
 
इसी शर्मनांक और दर्दनांक प्रक्रिया को हलाला कहते हैं जिससे केवल मुस्लिम महिलाओं को गुजरना पड़ता है.... अर्थात पति की खता और पत्नी को सज़ा......  
और वह पत्नी जीवन भर उन लम्हों को याद कर सिहर जाती होगी, पीड़ा से गुजारती होगी... और फिर अचानक उस एक रात के '' समझौता पूरक पति से मुलाकात होने पर उसका कैसे सामना करे या फिर पुराने पति की नज़रों में सम्मान से जगह पा सके..
 
या फिर क्या पुराना पति हलाला के बाद पत्नी के उस एक रात के गैर मर्द के साथ के सम्बंध को अपनी सोच से निकाल पाता होगा ?

एक कथानक देते हैं :-
सलीम मियां
रसीदा बेग़म
अफजल : - मौलाना हदीस इस मामले मे क्या कहती है ?
माना सलीम की अपनी बीबी रसीदा बेगम से अनबन हो गई और गुस्से में उसने रसीदा बेगम को तलाक दे दिया ; गुस्सा उतरने के बाद उसे अफसोस हुआ ; दोनो दोबारा साथ रहना चाहते है ;
रसीदा बेग़म का हलाला मौलवी अफजल से कराया जाता है ;
अफजल 2-3 दिन शारीरिक सुख भोगकर रसीदा को तलाक दे देता है ;
10-12 दिन बाद रसीदा का निकाह दोबारा सलीम से हो जाता है ;
7-8 दिन बाद ही रसीदा को पता चलता है कि वो अफजल से गर्भवती हो चुकी है ;
ऐसे में होने वाला बच्चा किसका कहलाऐगा ? 
मुस्लिम उदारता : बच्चे अल्लाह की देन है )
सुचना : हलाला के दौरान गर्भ निरोधकों का उपयोग हराम है शरीयत में

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