सोमवार, 22 मई 2017

क्या ईश्वर है? उसका स्वरूप क्या है?


प्रश्न - क्या ईश्वर है? कौन है वह? क्या रुप है उसका?  क्या वह स्त्री है या पुरुष?
उत्तर - कारण के बिना कार्य नहीं। यह संसार उस कारण के अस्तित्व का प्रमाण है। तुम हो इसलिए वह भी है उस महान कारण को ही अध्यात्म में ईश्वर कहा गया है। वह स्त्री है पुरुष और उभयलिंगी।
 
प्रश्न - उसका स्वरूप क्या है?
उत्तर - वह सत्-चित्-आनन्द है, वह अनाकार ही सभी रूपों में अपने आप को स्वयं को व्यक्त करता है |
 
प्रश्न - वह अनाकार स्वयं करता क्या है?
उत्तर - वह ईश्वर संसार की रचना, पालन और संहार करता है।
 
प्रश्न - यदि ईश्वर ने संसार की रचना की तो फिर ईश्वर की रचना किसने की?
उत्तर - वह अजन्मा अमृत और अकारण है |

- विश्वजीत सिंह "अभिनव अनंत"
सनातन संस्कृति संघ/भारत स्वाभिमान दल

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